मेरे मासूम से सवाल
मेरे मासूम से सवाल का कोई जवाब देदे
जो गुजरी है हम पे उसका कोई हिसाब दे दे
हम तो हो गए ऐसे गिरफ्तार उनके इश्क़ में
मुद्दत हुई कैद हुए ,कोई अब रिहाई दे दे
लाज़िम नहीं है उनको हमारी मुहब्बत में फना होना
अंधेरे दिल को किसी की उल्फत की रोशनाई दे दे
टूटे जज्बातों को कैसे समेटे बावफा रौशन
देख लूं बेवफा का दिल ए खुदा ऐसी बीनाई दे दे।
रौशन📝💐
Niraj Pandey
05-Nov-2021 11:28 AM
बहुत खूब
Reply